हिमालयीय विश्वविद्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की समाचार पत्रिका का विमोचन माननीय कुलपति प्रोफेसर (डॉ०) जे० पी० पचौरी, प्रति कुलपति डॉ० राजेश नैथानी एवं संस्था की उपाध्यक्षा सुश्री विदुषी निशंक के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय में कार्यरत महिला कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रोफेसर (डॉ०) जे० पी० पचौरी ने कहा कि महिला परिवार ही नहीं पूरे समाज की धुरी है। जो गुण ईश्वर द्वारा महिला को दिए गए हैं वो उन्हें विशिष्ट बनाते हैं। समाज के निर्माण में महिला की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
प्रति कुलपति डॉ० नैथानी ने कहा की वेदों और पुराणों में भी अनेकों विदुषी महिलाओं का उल्लेख है जो आज भी हमारी प्रेरणा का स्रोत हैं।
संस्था की उपाध्यक्षा विदुषी निशंक ने कहा की “आज बेटियों ने बेटे और बेटी के बीच के भेद को मिटा दिया है। लड़कियां हर काम निपुणता से कर रही हैं और उन्होंने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है।
विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार डॉ० अंजना विलियम्स ने कहा की विश्वविद्यालय का प्रत्येक व्यक्ति विश्वविद्यालय के लिए महत्वपूर्ण है और हम सब साथ मिलकर ही अपने सपने सच कर सकते हैं।
कार्यक्रम में डॉ० ममता कुंवर के द्वारा “करूं समर्पित भाव कुसुम में” शीर्षक कविता का पाठ किया गया। कार्यक्रम में अन्य प्राध्यापकों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर संस्था के प्रशासनिक अधिकारी डॉ० निशांत राय जैन, उप प्रधानाचार्या हिमालयीय मेडिकल कॉलेज डॉ० पुष्पा रावत सहित विश्वविद्यालय के समस्त विभागों के प्राध्यापक एवं विश्वविद्यालय की महिला कार्मिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ० मनीषा अग्रवाल द्वारा किया गया।